Yoglakshmi
किसी भी देश और उसकी जड़ों को यदि जानना और समझना हो तो आपको उसके मन्दिरों और उनसे जुड़ी उसकी पौराणिक और स्थानीय कथाओं को जानना अति आयश्यक है। ऐसी विचार को गुरुजनों और मित्रों के मार्गदर्शन में भारत को अतुल्य भारत बना कर विश्व के समक्ष लाने के उद्देश्य से सितम्बर २०२१ में यात्री का जन्म हुआ। Yoglakshmi के लेखक रोहित सेठ जो इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्युनिकेशन में परास्नातक की उपाधि रखते है, ने अपने १३ वर्ष कम्युनिकेशन की दुनिया को देने के उपरांत अपने सच्चे जुनून की तरफ अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए www.yoglakshmi.com के माध्यम से जन जन के समक्ष अपने विचार रखने प्रारम्भ किये। लेखक का मत है "सरस्वती प्रत्येक स्थल पर है और उन्हें हवा और पानी की तरह अविरल बहना है, जिसके लिए सरस्वती को बन्द संदूको से बाहर लाना होगा।" इसी उद्देश्य के साथ हिन्दू धर्म के मूल आधार व हिन्दुस्तान के मुख्य खनिज उसके पर्यटन स्थलों को जन जन तक सरल भाव में पहुंचाने के लिए किया गया लेखक का एक सूक्ष्म प्रयास भर है।
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