बौद्ध भिक्षुओं के इस क्षेत्र को जिसमें सुन्दर बौद्ध मठों के साथ साथ उनकी तिब्बती सभ्यता, जिसे शब्दों में वर्णन करना सम्भव नहीं है। तवान्ग एक ऐसी जगह है, जो अध्यात्म की महक में लिपटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता से आने वाले सभी पर्यटकों को अपने रंग रूप में विलीन कर लेती है। सुन्दर आर्किड और टीपी ऑर्किड अभयारण्य में घूमने के साथ ही साथ इस क्षेत्र के अनूठे व्यंजन, आपकी तवान्ग की यात्रा के अनुभव को और भी रोमांचकारी बना देते है।
तवान्ग यात्रा का सबसे अनुकूल समय
तवान्ग, प्रत्येक आयु वर्ग को अपनी और आकर्षित करते हुए सबके लिए कुछ न कुछ रोमांचकारी अनुभव प्रदान करता है। तवान्ग अपनी छोटी गर्मियों और मानसून के समय ( मार्च से सितम्बर ) में घूमने और तवान्ग की सभ्यता और संस्कृति को जानने का सबसे बेहतरीन समय है। लेकिन एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए यह समय नवंबर से जनवरी का है जब यह क्षेत्र बर्फ की नई चादर को ओड लेता है। इस समय तापमान १-३ डिग्री सेल्सियस के मध्य रहता है।
तवान्ग यात्रा के लिए इनर लाइन परमिट ( ILP ) कैसे बनवायें
आपको तवान्ग में प्रवेश के लिए इनर लाइन परमिट की आवश्यकता होती है। जिसे गुवाहाटी या तेजपुर में बने हुए अरुणाचल प्रदेश के रेजिडेंट कमिश्नर के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। जिसकी जाँच भालुकपोंग बॉर्डर क्रासिंग पर की जाती है। इसे आप अरुणाचल प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट arunachalilp.com पर आवश्यक दस्तावेजों को जमा करके ऑनलाइन भी प्राप्त कर सकते है।
तवान्ग कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग से तवान्ग
ट्रेन मार्ग से तवान्ग
सड़क मार्ग से तवान्ग
तवान्ग के मुख्य आकर्षण
सेला दर्रा ( सेला पास )
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सेला दर्रा |
सेला दर्रा एक बर्फ की चादर से ढका हुआ सुंदर मार्ग है जो अरुणाचल प्रदेश के तवान्ग जिले को देश के विभिन्न शहरों से जोड़ता है। यहाँ यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मार्च से मई तक है जब बर्फबारी की संभावना सबसे कम होती है। यहाँ का मुख्य आकर्षण यहाँ के शानदार दृश्य है।
सेला दर्रा के विषय में विस्तार से पढ़े।
घूमने के लिए आवश्यक समय - २ से ३ घण्टे।
तवान्ग मठ ( तवान्ग मोनेस्ट्री )
तवान्ग वह सुन्दर भूमि है जिसमे प्रकृति के मनोरम पहाड़, स्वच्छ और शांत गांव के साथ ही साथ जादुई गोम्पा है।इन सबके बीच अरुणाचल प्रदेश का सबसे लोकप्रिय मठ जो हमेशा ही सुर्खियों का हिस्सा रहता है वह है - तवान्ग मठ या गादेन नामग्याल ल्हात्से। १०००० फीट ही ऊंचाई पर स्थित लोकप्रिय स्थल है जिसकी स्थापना १८६०-६१ ईस्वी में मराक लामा लोद्रे ग्यामत्सो द्वारा की गयी थी।
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तख्तसांग गोम्पा
तख्तसांग गोम्पा एक पहाड़ी की चोटी पर एक चट्टान पर लगभग १२५०० फीट की ऊंचाई पर स्थित है। जिसका शाब्दिक अर्थ है - टाइगर ड़ेन। पहली नजर आपको इसके सामने अपने को कमजोर महसूस करने को बाध्य कर देती है। इसकी शांति पूर्ण वातावरण का पता इसी बात से चल जाता है की इतनी ऊंचाई पर जब सिर्फ और सिर्फ आप हवा के चलने की हल्की से हल्की ध्वनि को अनुभव कर सकते है। स्थानीय किंवदंती के अनुसार, गुरु पद्यसंभव ने इस स्थल पर स्थित गुफा में कुछ समय के लिए ध्यान किया था। तवान्ग में यात्रा के दौरान सबसे बेहतरीन स्थलों में से एक होने के कारण इस स्थान को अपनी सूची में अवश्य समलित करे। तथा ध्यान रखे की अपना कैमरा आप के साथ हर पल हो क्योकि यह एक अद्भुत दृश्यों का साक्षी हमेशा से ही रहा है।
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तवान्ग से मात्र ४० किमी की दुरी पर स्थित तख्तसांग गोम्पा के लिए दो घंटे की यात्रा करनी पड़ेगी। और यदि ज्यादा ही वास्तविक प्राकृतिक अनुभव का आनन्द लेना चाहते है तो बुमला दर्रे से Y जंक्शन पर संगीतसर झील की ओर मुड़ते हुए, झील से १५ मिनट की बेहतरीन ट्रैक का आनन्द ले।
शोंगा-सेर झील ( माधुरी झील )
तख्तसांग गोम्पा के बाद देखे जाने वाली सबसे जगह शोंगा-सेर झील है। झील तवान्ग से ४२ किमी की दूरी पर स्थित फोटोग्राफी के लिए एक अद्भुत और आदर्श स्थल है। १९७१ के पूर्व तक यह स्थल एक घास के मैदान के रूप में था किन्तु १९७१ में आये भूकम्प ने इस घास के मैदान में एक झील का निर्माण कर दिया। मानसून के दौरान यह स्थल एक सुरम्य स्थान बन जाता है किन्तु सर्दियों के मौसम में यह पूरा स्थान बर्फ की सफेद चादर से ढक जाता है।
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नूरानांग झरना
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बोंग बोंग वाटर फाँल्स |
झरने के ठीक नीचे एक छोटा सा जलविद्युत सयंत्र भी लगाया गया है जो इस क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति करता है। नूरानांग झरने के मनोरम दृश्यों का आनन्द लेने के लिए पूरे तवान्ग से सुगमता से राजकीय बेस मिल जाती है। झरने को अपने पूर्ण स्वरुप में देखने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल का है।
गोरीचेन पीक
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गोरीचेन पीक |
नूरानांग से मात्र २५ किमी की दूरी होने कारण, नूरानांग झरने का आनन्द लेने के बाद यहाँ जाना तो बनता ही बनता है। ट्रैकिंग और कैंपिंग के साथ ही साथ यह स्थल अनुभवी पर्वतारोहियों को चढाई के अवसर प्रदान करता है।
यहाँ यात्रा करने का सबसे अच्छा समय गर्मी और मानसून के बाद का समय है।
बुमला दर्रा
बुमला दर्रे के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए क्लिक करें।
पी. टी. त्सो झील ( पेंगोंग तेंग त्सो झील )
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पेंगोंग तेंग त्सो झील |
बाप तेंग कांग झरना ( बी टी के फॉल्स )
जेमीथांग के मार्ग पर तवान्ग से ८५ किमी की दूरी पर स्थित युमखांग में स्थित एक ऐसा झरना है। जिसमें तैरने और पानी में खेलने का आनन्द लिया जा सकता है। हरी भरी हरियाली के बीच मात्र ३० मीटर ऊँचा यह झरना एक बेहतरीन आकर्षण है। गर्मी का मौसम सबसे अनुकूल समय है यहाँ की यात्रा का।
जसवंत गढ़ युद्ध स्मारक
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1 टिप्पणियाँ
So beautiful
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