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बल्केश्वर महादेव मन्दिर आगरा

भारत जिसके कोने-कोने की अपनी अलग ही परम्पराए और मान्यताएं है को यूँ ही मंदिरों का देश नहीं कहा जाता है। यहाँ के लाखों मन्दिर भक्तों की आस्था के केन्द्र है। इसी श्रेणी में भगवान शिव को समर्पित बल्केश्वरअथवा बल्केश्वर महादेव मन्दिर जो की आगरा शहर में यमुना के किनारे बना हुआ अति प्राचीन शिव मन्दिर है। 


बल्केश्वर महादेव मन्दिर आगरा का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल होने के साथ ही साथ आगरा पर्यटन विभाग के मुख्य पर्यटन स्थलों की सूची में सम्मिलित एक पर्यटन स्थल भी है। इसका मुख्य कारण स्थानीय लोगो के साथ ही साथ देश के दूर दराज से आने वाले भक्तों और विदेशी पर्यटकों का मन्दिर में हिन्दू त्योहार पर प्रति वर्ष पहुंचना है। 


बल्केश्वर महादेव मन्दिर आगरा
बल्केश्वर महादेव मन्दिर

बल्केश्वर महादेव मन्दिर का इतिहास 

मान्यता है आधुनिक समय में मन्दिर जिस स्थल पर बना हुआ है उस स्थल पर प्राचीन काल में बिल्व के घने वन थे। लगभग ६०० वर्ष पूर्व जब जंगल की कटाई हुई तो लोगों को यहाँ एक मन्दिर दिखाई दिया जिसमें शिवलिंग के दर्शन हुए। चूँकि मन्दिर बिल्व पत्र के जंगल में पाया गया था, इसलिए इसको प्रसिद्धि बल्केश्वर महादेव मन्दिर के रूप में प्राप्त हुई। 


बल्केश्वर महादेव मन्दिर का महत्त्व 

आगरा के चार कोनो में बने भगवान शिव के चार मंदिरों में बल्केश्वर महादेव मन्दिर सबसे प्राचीन मंदिर है।  मान्यता के अनुसार, यमुना के तट पर बसे बल्केश्वर महादेव मन्दिर में माना जाता है जो भी भक्त ४० दिन तक किसी भी दिन अनुपस्थित हुए बिना शिवलिंग की दर्शन व पूजा करते है, शिव जी उनकी समस्त इच्छाओ को उनके भावानुसार पूरा करते है। 


बल्केश्वर महादेव मन्दिर की विशेषता 

बल्केश्वर महादेव मन्दिर का मुख्य आकर्षण है शिवलिंग का अद्भुत श्रृंगार जिसमें शिवलिंग को चन्दन और केसर से सजाया जाता है। शिवरात्रि पर तो शिवलिंग की सज्जा और भी दर्शनीय हो जाती है जब शिवलिंग को रुद्राक्ष से सुसज्जित किया जाता है।

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बल्केश्वर महादेव मन्दिर कैसे पहुंचे?
आगरा, देश के सभी बड़े व छोटे शहरो से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से एक नियोजित तरह से जुड़ा हुआ है। अतः आगरा पहुंचना बड़ा ही सुगम है।बल्केश्वर महादेव मन्दिर आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से लगभग ११ किमी और आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन से ७ किमी की दूरी पर स्थित है। कई ऑटो, कैब और टैक्सी जो रेलवे स्टेशन के बाहर ही उपलब्ध है जिन्हे मन्दिर की यात्रा के लिए सुगमता से लिया जा सकता है।  इसके अतिरिक्त कि इंटर सिटी बसें भी शहर के भीतर यातायात के लिए उपलब्ध साधनों में सबसे सुगम साधन है जिससे आप सुगमता से मन्दिर पहुंच सकते है। 






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